शुक्रवार, 27 जून 2025
विश्व में शांति, देश कल्याण हेतु भक्तों ने 71 वें शोभायात्रा में काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव जी की प्रार्थना स्वर्णिम रथ पर निकली बाबा कालभैरव जी के स्वर्ण रजत पंचबदन प्रतिमा की शोभायात्रा 50 से ज्यादा स्थानों पर भक्तों ने किया आरती एवं स्वागत**अनरवत शंखनाद, डमरूओं की गड़गड़ाहट, बटुकों के मंत्रोच्चार से पूरा क्षेत्र हुआ गुंजायमान, शामिल रही आकर्षक झांकियां**देश के कल्याण के लिए की गई प्रार्थना**आयोजक - स्वर्णकार क्षत्रिय कमेटी वाराणसी* वाराणसी 27जून। शुक्रवार को काशी के कोतवाल, बाबा काल भैरव जी खुद भक्तों को दर्शन देने और पीड़ा हरने के लिए नगर भ्रमण पर निकले। बाबा श्री कालभैरव जी के स्वर्ण रजत पंचबदन प्रतिमा की भव्य शोभायात्रा को देखने के लिए गलियों एवं सड़कों पर भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। डमरूओं की गड़गड़ाहट के बीच भक्तों ने बाबा के रथ पर पुष्प वर्षा कर आशीर्वाद लिया। बाबा ने नगर भ्रमण के दौरान भक्तों के दुख दर्द को सुना। इस दौरान स्वर्णकार क्षत्रिय कमेटी की ओर से बाबा की गई भव्य आरती और विश्व शांति व देश के कल्याण के लिए की गई प्रार्थना। शुक्रवार को स्वर्णकार क्षत्रिय कमेटी द्वारा सन् 1954 से निकाली जा रही बाबा कालभैरव जी के स्वर्ण रजत प्रतिमा की भव्य 71 वीं शोभायात्रा में पूर्वांचल व काशी के जनप्रतिनिधि, पीठाधीश्वर, सामाजिक व आध्यात्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि के साथ स्वर्णकार समाज के लोग तथा काशी की हजारों धर्म परायण जनता शामिल रही। शोभायात्रा का प्रारंभ बटुकों के मंत्रोच्चार, अनवरत शंखनाद से हुआ। शोभायात्रा चौखंभा स्थित काठ की हवेली पर अध्यक्ष कमल कुमार सिंह, महामंत्री सतीश कुमार सिंह, शोभायात्रा मंत्री जनार्दन वर्मा एवं कमेटी के पदाधिकारी सहित उपस्थित जन प्रतिनिधियों ने बाबा की आरती उतारी। शोभायात्रा में आगे ताशा बाजा के साथ ध्वजा पताका लिए श्रद्धालु चल रहे थे। 11 छतरी युक्त घोड़ों पर देव स्वरूप धारण किए उनके गणों के साथ बैंड बाजा और पाइप बैंड की धुनों के साथ टोली निकली। शोभायात्रा में कमेटी के संस्थापक स्वर्गीय किशुन दास जी व स्वर्गीय भिखू सेठ जी की तस्वीर भी फूलों से सुसज्जित ट्रॉली पर चल रही थी, साथ में उनके परिजन भी चल रहे थे। माता काली, मां दुर्गा की प्रतिमाएं भी अपने करतब दिखाते हुए प्रदर्शन कर रही थीं। शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण राम दरबार, राधा कृष्ण, शिव पार्वती, हनुमान जी की झांकी सहित अनेक देव स्वरूप शामिल रहे। इवेंट प्लानर के नीरज सेठ की टीम के कलाकार शोभायात्रा के दौरान संगीतमय भजन प्रस्तुत कर रहे थे, जिससे पूरे रास्ते भर भक्तिमय वातावरण का माहौल बना रहा। शोभायात्रा के में गोविंदेश्वर महादेव की झांकी आकर्षण का केंद्र रहा तथा टीम के सदस्य डमरूओं की गड़गड़ाहट से पूरे क्षेत्र को गुंजायमान कर रहे थे। शहनाई के साथ बाबा श्री काल भैरव जी की स्वर्ण रजत प्रतिमा स्वर्णिम रथ पर विराजमान थी। रास्ते भर भक्तों को प्रसाद का वितरण किया जा रहा था। शोभायात्रा अपने परंपरागत मार्ग चौखंभा स्थित काठ की हवेली से उठकर बीबीहटिया, जतनबर, विशेश्वरगंज, महामृत्युंजय, दारानगर, मैदागिन, बुलानाला, चौक, नारियल बाजार, गोविंदपुरा, ठठेरी बाजार, सोराकुआं, गोलघर होते हुए काल भैरव चौराहे पर पहुंचने पर वहां बाबा की भव्य आरती उतार कर प्रतिमा को मंदिर में प्रतिस्थापित किया गया। सायंकाल पंडित श्री जय कृष्ण दीक्षित जी के आचार्यतत्व में 11 भू देवों ने श्री राम मंदिर में बसंत पूजन किया। मंदिर में रात्रि 11:00 बजे महाआरती तक भक्तों को बाबा भव्य श्रृंगार दर्शन प्राप्त होता रहा तथा मंदिर प्रांगण से प्रसाद का वितरण होता रहा। शोभायात्रा के दौरान विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं ने लगभग 50 से ज्यादा स्थानों पर बाबा के शोभायात्रा का स्वागत तथा आरती पूजन किया और लोगों को शीतल पेय व अल्पाहार उपलब्ध कराया। कुछ स्थानों पर भक्तों व झांकी के कलाकारों को फलाहार भी वितरित किया जा रहा था। इस दौरान कमेटी के पदाधिकारी गण पारंपरिक केसरिया पगड़ी धारण किए हुए थे। शोभायात्रा के पूर्व गुरुवार को ही कमेटी के संरक्षक श्यामसुंदर सिंह के नेतृत्व में अनुज गौतम, संदीप सेठ, जितेंद्र सेठ, संजय सेठ, महेश सिंह, रविशंकर सिंह आदि ने रथ को तैयार किया। शोभायात्रा के संचालन व्यवस्था में शोभायात्रा मंत्री जनार्दन वर्मा के साथ नागरिक सुरक्षा कोतवाली प्रखंड के स्वयं सेवक वॉकी टॉकी लेकर कमेटी के पदाधिकारियों के साथ कुशल व व्यवस्थित सहयोग किया। सूचना मंत्री संदीप सेठ के नेतृत्व में 15 सदस्यीय परिवारक दल बाबा के रथ का संचालन रहे थे। शोभायात्रा के दौरान कमेटी की ओर से मंदिर परिसर तथा आस-पास सभी मार्गों को विभिन्न प्रकार के फूल पत्तियों तथा विद्युत झालरों से आकर्षक ढंग से सजाया गया था।*शोभायात्रा के अवसर पर इनका हुआ सम्मान* मीडिया संयोजक कैलाश सिंह विकास तथा किशोर सेठ के अनुसार शोभायात्रा के दौरान मुख्य रूप से पातालपुरी पीठाधीश्वर श्रीमद् जगतगुरु बालक देवाचार्य जी महाराज, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ दयाशंकर मिश्र दयालु, महापौर अशोक कुमार तिवारी, मनीष वर्मा (सी. जे. एम.), भाजपा महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरी, विधायक एवं पूर्व मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी, ईश्वर दयाल सिंह सेठ, पाषर्द गण रीता सेठ, संजय विश्वंभरी, लकी भारद्वाज, कनकलता मिश्रा, इंद्रेश सिंह, संजय केशरी, अवनीश यादव "विक्की", भैयालाल यादव, पूर्व पार्षदगण बृजकिशोर दास, रविशंकर सिंह, अशोक सेठ, संजय शाह, किशोर सेठ, मनोज सिंह, अजय सेठ "राजवीर", विपुल गुजराती, के साथ डॉ राजेंद्र त्रिवेदी "एडवोकेट", देवेंद्र सेठ आदि मौजूद रहे। सभी आमंत्रित अतिथियों को अंग वस्त्रम प्रदान कर स्वागत व अभिनंदन किया गया।*इनकी भी रही मौजूदगी* अंबरीश सिंह भोला, दिलीप सिंह, बलदेव सेठ, महामृत्युंजय मंदिर महंत किशन दीक्षित, शिवगोपाल सर्राफ, कमलेश चन्द्र वर्मा, राकेश वर्मा, सुमित वर्मा 'चन्दू', सत्यनारायण सेठ, विजय चौधरी, राजेश कुमार सिंह, पूरन सेठ, अन्ना मोरे आदि। शोभायात्रा में कमेटी परिवार से घनश्याम दास, गंगाराम जी, सरोज सेठ, विनोद कुमार सेठ, श्याम सुंदर सिंह, रवि सर्राफ, कृष्ण कुमार सेठ, मुरली मनोहर सिंह, डाॅ. कैलाश सिंह विकास, नरसिंह दास, रविशंकर सिंह, अशोक वर्मा, दुर्गा प्रसाद एडवोकेट, देवकांत वर्मा, शैलेश चंद्र वर्मा, घनश्याम सेठ, अनुज गौतम, सत्य प्रकाश सेठ, श्याम कुमार सर्राफ, राजू वर्मा, प्रताप सिंह, अवधेश सेठ, अमित सोनी, जनार्दन वर्मा, विशाल सेठ, रवि शंकर सिंह, सुरेंद्र सेठ एडवोकेट, संदीप सेठ, आशीर्वाद सिंह, महेश सिंह, जितेंद्र सेठ, विक्रम सिंह, हनी सेठ, कृष्ण कुमार पवार, किशन सेठ, अजीत सोनी, श्याम जी सेठ, मनोज सेठ, संजय वर्मा, सर्वेश वर्मा, अनूप गौतम, कन्हैयालाल सेठ, राजेश सोनी, नीरज सेठ, विनोद सेठ, राम प्रकाश लाले, किशन सेठ सहित हजारों लोग शामिल रहे संजना वर्मा की रिपोर्ट वाराणसी
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