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बुधवार, 25 जून 2025

सर्राफा संघ निष्क्रीय संगठन को वरिष्ठ लोगों से मिलकर करेंगे लीगली सक्रिय वाराणसी -- काशी के सर्राफा व्यापारियों के हितों के उद्देश्य को लेकर 1963 में स्थापित श्री काशी सर्राफा मंडल विगत कई वर्षों से मृतप्राय पड़ा था। इस मंडल के छाया में काशी के सर्राफा व्यवसायी अपने आप को संरक्षित व सुरक्षित रखे हुए थे। मगर विगत कुछ वर्षों से श्री मंडल के पदाधिकारी निष्क्रीय हो गए साथ ही विगत कई वर्षों से संस्था का नवीनीकरण भी नहीं हो पाया था। सर्राफा मार्केट के वरिष्ठ साथियों ने कहा कि श्री मंडल काशी की प्रतिष्ठित पुरानी संस्था है। इसका नवीनीकरण कराने के पश्चात इसे लीगल तौर पर चलाना चाहिए।लीगल एडवाइजर से विचार विमर्श करने के पश्चात पता चला कि इसका नवीनीकरण संभव नहीं है। क्योंकि लगभग 25 वर्षों से संस्था का ना तो रिन्यूअल हो पाया था और ना ही आडिट हो पाई थी। अतः उसी नाम से ही वरिष्ठ साथियों के साथ विचार विमर्श कर नया रजिस्ट्रेशन कराया गया। उक्त जानकारी देते हुए काशी सर्राफा मंडल से नए अध्यक्ष रवि सर्राफ ने अपने प्रतिष्ठान पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे सर्राफा बाजार के देव तुल्य व्यापारी व सदस्य किसी भी भ्रामक बहकावे में ना आवें।अन्य किसी के द्वारा बुलाये गये बैठक में सम्मिलित ना हों। यदि किसी को भी इस संस्था के बारे में संतुष्ट होना हो तो वह सोसायटी रजिस्टार ऑफिस में जाकर संपर्क कर सकते हैं।उन्होंने बताया कि श्री मंडल का वृहद सदस्यता अभियान प्रारंभ हो चुका है। जिस किसी को भी सदस्य बनना हो वह श्री मंडल के पदाधिकारी से संपर्क कर सकता है। बहुत जल्द ही आम सभा की बड़ी बैठक बुलाकर संस्था के पदाधिकारी व टीम का गठन किया जाएगा। पत्रकार वार्ता के दौरान पवन मिश्रा,श्री कुमार दुबे,प्रद्युमन जी अग्रवाल, शैलेंद्र वर्मा, दयाशंकर सेठ, ईश्वर चंद्र वर्मा, हरविंदर सिंह राजपूत, माया शंकर सेठ, टनमन जी, पीयूष गुप्ता, अरुण सोनी, पंकज सर्राफ, राजेश सेठ केराकत, कमलेश चंद्र वर्मा, संजय अग्रवाल बाबू, सोनू सेठ, अनिल चंचल, महेश सेठ, उमेश उपाध्याय, किशोर सेठ, पृथ्वी पाल सिंह, जतिन रस्तोगी, गणेश कसेरा, गोपाल उपाध्याय, कमल कुमार सिंह, राजू वर्मा, जनार्दन वर्मा आदि उपस्थित रहे। पत्रकार वार्ता करते सर्राफा व्यवसाई

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